एक आदिवासी राजनीतिज्ञ, पूर्व राज्यपाल और भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय (Draupadi Murmu Biography in Hindi) तथा उनकी राजनीतिक यात्रा के बारे में आज हम जानेंगे। – द्रौपदी मुर्मू की जीवनी
द्रौपदी मुर्मू आखिरकार राष्ट्रपति पद पर विराजमान हो गई हैं। राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें 50 फीसदी से ज्यादा वोट मिले है। 25 जुलाई 2022 को अपने शपथ ग्रहण के बाद वह आधिकारिक रूप से भारत की राष्ट्रपति बनीं।
द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय
25 जुलाई 2022 को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल समाप्त हो गया, और इसी दिन से द्रौपदी मुर्मू का भारत की राष्ट्रपति के रूप में सफर सुरु हुआ।
राष्ट्रपति बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू भारत देश की –
- 15 वीं राष्ट्रपति हैं।
- सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति हैं।
- दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं।
- पहली आदिवासी राष्ट्रपति हैं।
- ओडिशा राज्य से आने वाली पहली राष्ट्रपति हैं।
- स्वतंत्र भारत में जन्म लेने वाली पहली राष्ट्रपति हैं।
इसके अलावा, वह स्वतंत्र भारत में जन्म लेने वाली पहली राष्ट्रपति हैं। पिछले सभी राष्ट्रपतियों का जन्म स्वतंत्रता पूर्व काल में हुआ था। नरेंद्र मोदी स्वतंत्र भारत में जन्म लेने वाले पहले प्रधानमंत्री भी हैं।
- विश्व की 10 बौद्ध महिला राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री
- डॉ. सूरज एंगड़े का जीवन परिचय
- राजरत्न आंबेडकर यांचे जीवन चरित्र
द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय । Draupadi Murmu Biography in Hindi
द्रौपदी मुर्मू कौन है – द्रौपदी मुर्मू (जन्म 20 जून 1958) एक भारतीय राजनीतिज्ञ और पर्व शिक्षिका हैं। वह 2022 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की आधिकारिक उम्मीदवार हैं। उन्होंने पहले 2015 से 2021 तक झारखंड के नौवें राज्यपाल के रूप में कार्य किया।
ओडिशा राज्य से आने वाली, मुर्मू पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाली झारखंड की पहली राज्यपाल हैं। वह दूसरी अनुसूचित जनजाति (आदिवासी) से संबंधित व्यक्ति हैं, जिन्हें भारत के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया है। इससे पहले अनुसूचित जनजाति के राष्ट्रपति पद के लिए नामित उम्मीदवार पूर्णो संगमा थे।
वह भारतीय जनता पार्टी की सदस्य हैं। इससे पहले कभी भी किसी अनुसूचित जनजाति (एसटी) की महिला या पुरुष ने भारत के राष्ट्रपति के रूप में कार्य नहीं किया है।
वह भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति, और दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। इससे पहले केवल एक ही महिला राष्ट्रपति बानी है – प्रतिभादेवी सिंह पाटिल, जिनका कार्यकाल 2007 – 2012 था। भारत के राष्ट्रपति के पद पर दो दलित यानी अनुसूचित जाति के राष्ट्रपति भी रहे हैं – के आर नारायणन और रामनाथ कोविंद।
व्यक्तिगत जीवन
द्रौपदी मुर्मू Family – द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के उपरबेड़ा गांव में एक संताली आदिवासी परिवार में बिरंची नारायण टुडू के घर हुआ था। उनके पिता और दादा दोनों पंचायती राज व्यवस्था के तहत गांव के सरपंच यानि ग्राम प्रधान थे।
द्रौपदी मुर्मू ने एक बैंकर श्याम चरण मुर्मू से शादी की। दंपति के दो बेटे और एक बेटी हुई थी। द्रौपदी मुर्मू ने श्यामचरण मुर्मू से शादी की। दंपति के दो बेटे और एक बेटी थी। उनके बड़े बेटे लक्ष्मण मुर्मू की 2009 में और उनके छोटे बेटे सिप्पन मुर्मू की 2013 में मृत्यु हो गई।
फिर उनके पति श्याम चरण मुर्मू का अगले साल 2014 में निधन हो गया। उनके जीवन में एक के बाद एक ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं घटीं। अब उनके परिवार में एक बेटी, पोता और दामाद है। अब उनके परिवार में बेटी, नातिन और दामाद है।
द्रौपदी मुर्मू Education – द्रौपदी मुर्मू ने भुवनेश्वर के रमादेवी महिला कॉलेज से B.A. तक की पढ़ाई पूरी की।
द्रौपदी मुर्मू के प्रेरणस्रोत – वह डॉ. बाबासाहब आंबेडकर, महात्मा गांधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू इन तीन महापुरुषों के बहुत पसंद करती हैं और उन्हें अपना आदर्श मानती हैं।
- भारत के टॉप 20 सबसे लोकप्रिय लोग; गांधी और आंबेडकर सबसे आगे – विकिपीडिया Ranking
- विकिपीडिया : 2021 की टॉप 20 सबसे प्रभावशाली हस्तियाँ; एक ‘गैर-भारतीय महिला’ रही गांधी-आंबेडकर से भी आगे!
राजनितिक कैरियर
ओडिशा की राजनीति में आने से पहले द्रौपदी मुर्मू एक शिक्षिका के रूप में कार्यरत थीं। उन्होंने नगरसेवक, विधायक, राज्य सरकार में मंत्री और राज्यपाल जैसे कई राजनीतिक पदों पर कार्य किया है।
उन्होंने श्री अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, रायरंगपुर में सहायक प्रोफेसर और ओडिशा सरकार के सिंचाई विभाग में एक जूनियर सहायक के रूप में काम किया।
मुर्मू 1997 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुई और रायरंगपुर नगर पंचायत की पार्षद चुनी गईं। मुर्मू 2000 में रायरंगपुर नगर पंचायत की अध्यक्षा बनीं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्षा के रूप में भी कार्य किया।
ओडिशा की मंत्री एवं विधायक
ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल गठबंधन सरकार के दौरान, वह 6 मार्च, 2000 से 6 अगस्त, 2002 तक वाणिज्य और परिवहन के लिए स्वतंत्र प्रभार और 6 अगस्त, 2002 से 16 मई, 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री थीं।
वह ओडिशा की पूर्व मंत्री और वर्ष 2000-2004 और 2004-2009 में रायरंगपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रही हैं। उन्हें 2007 में ओडिशा विधान सभा द्वारा सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए नीलकंठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
झारखंड की राज्यपाल
मुर्मू ने 18 मई 2015 को झारखंड के राज्यपाल के रूप में शपथ ली, वह झारखंड की पहली महिला राज्यपाल बनीं। वह भारतीय राज्य के राज्यपाल के रूप में नियुक्त होने वाली ओडिशा की पहली महिला आदिवासी नेता थीं।
2017 में राज्यपाल के रूप में, मुर्मू ने छोटानागपुर किरायेदारी अधिनियम, 1908, और संथाल परगना किरायेदारी अधिनियम, 1949 में संशोधन की मांग करते हुए झारखंड विधान सभा द्वारा अनुमोदित एक विधेयक को स्वीकृति देने से इनकार कर दिया था। इस विधेयक में आदिवासियों को वाणिज्यिक बनाने का अधिकार देने की मांग की गई थी।
भारत की राष्ट्रपति
जून 2022 में, भाजपा ने मुर्मू को जुलाई 2022 के चुनाव के लिए भारत के राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में नामित किया था। दूसरी ओर, विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति पद के लिए यशवंत सिन्हा को नामित किया था।
सभी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सहयोगियों ने अपना समर्थन देने का वादा किया, जिनमें बीजू जनता दल, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा, जनता दल (सेक्युलर), बहुजन समाज पार्टी, तेलुगु देशम पार्टी और शिरोमणि अकाली दल जैसे विपक्षी दल भी शामिल थे।
सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति
द्रौपदी मुर्मू का 25 जुलाई 2022 को राष्ट्रपति पद के लिए शपथ ग्रहण हुआ, उस दिन उनकी उम्र 64 साल 35 दिन थी। जो देश की सबसे कम उम्र की राष्टपति बनी। अभी तक सबसे कम उम्र के राष्ट्रपति होने का रिकॉर्ड नीलम संजीव रेड्डी के नाम था। वो जब राष्ट्रपति बने थे, तब उनकी उम्र 64 साल दो महीने 6 दिन थी।
द्रौपदी मुर्मू इन प्रमुख पदों पर रही
- भारत की 15 वीं राष्टपति : 25 जुलाई 2022 से अब तक
- झारखंड की 9वीं राज्यपाल : 18 मई 2015 से 12 जुलाई 2021
- ओडिशा सरकार में वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) : 6 मार्च 2000 से 6 अगस्त 2004
- ओडिशा सरकार में मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) : 6 अगस्त, 2002 से 16 मई, 2004
- ओडिशा विधान सभा की सदस्या (विधायक) : 2000 से 2009
- अनुसूचित जनजाति मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्षा
- पार्षद
Draupadi Murmu in Hindi
सारांश
द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय (Draupadi Murmu Biography in Hindi) आपको कैसा लगा इस बारे में हमें जरूर बताइए। समय-समय पर इस लेख में नई जानकारी जोड़कर इसे अपडेट किया जाएगा। – द्रौपदी मुर्मू Biography in Hindi
यह भी पढ़े
- बौद्ध धर्म का भारतीय समाज पर प्रभाव
- डॉ. आंबेडकर के 130 अनमोल विचार
- प्रसिद्ध बौद्ध हस्तियां
- बौद्ध धर्म से जुडी 70+ खास आणि महत्वपूर्ण बातें
- दुनिया में बौद्ध देश कितने हैं – उनके नाम और सूची
‘धम्म भारत’ पर मराठी, हिंदी और अंग्रेजी में लेख लिखे जाते हैं :
दोस्तों, धम्म भारत के इसी तरह के नए लेखों की सूचना पाने के लिए स्क्रीन की नीचे दाईं ओर लाल घंटी के आइकन पर क्लिक करें।
(धम्म भारत के सभी अपडेट पाने के लिए आप हमें फेसबुक पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।)